Monday, February 13, 2012

आधुनिकता की आड़ में कई फिरो नागा उगाड़ा






कई फिरो नागा उगाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा
धोती का जमाना में नर भी पैंट पेरवा में शर्मातो थो
बन्ड्डी से बनियान में आने से सकुचातो थो
पट्टा की चड्डी पेरिके घर में नहातो थो
अब तो लाड्डी पैरे जींस ने चलावे गाड़ी गाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा \\

कपडा पेरवा के भी थी मर्यादा दादा
शरीर के ढ़को चाहे नर हो या मादा
पर्दा की चीज के पर्दा मेज रक्होगा तो अछो हे
माणो तो माणो नि तो घर बनेगो पंचायती अखाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा \\

श्याला में लत्ता घाल्नो हे जरुरी ,मोतिज्हारा को डर हे
अधनागा लत्ता पेरी के तो बीमारी को घर हे
ठण्ड में बांडी पैंट ने खुल्ला रखे  नाड़ा
लत्ता पूरा पेरो नि तो लागि जावेगो जाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा \\

पथभ्रस्ट यूवा पीड़ी के करी रिया हे मिडिया
अणि विक्रति से मारि जय रि हे बेटिया
विकृति जिका युवा पीड़ी खुद खोदिरी खाड़ा
इनके भी तो एक दिन बननो लाड़ी ने लाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा \\

भनो लिखो ने आगे बड़ो माँ बाप को करो नाम रोशन
कई नि राख्यो इनी नगाई में केवा की हे या फैसन
भूखा मरोगा   नि भन्या तो खावगा कई राड़ा
फैसन वैसन छोड़ी के भनो नि तो खोदोगा खाड़ा
आधुनिकता की आड़  में कई फिरो नागा उगाड़ा \\

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