कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
दाल बिकी री साठ की ने सब्जी चालीस पार
महगाई की बात कारनों अब हुई गयो बेकार
गद्डा जेसा काम करा और दाल रोटी खावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
छोरा छोरी की फ़ीस भरी के खुटी गी पगार
राशन पानी सारु लावा बैंक से उधार
ब्याज भरने सारु भी ब्याज पे रुपयों लावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
किरायों लेवा मकान मालिक हर महीने आई जावे
दूध वालो भी हर महीने पानी का पैसा पावे
छे छे महीना बाईरा के मायका में छोड़ावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
पेट्रोल को सरकार हर महीने भाव बडावे
बिचारी जनता विना बात के चारी आडी लुटावे
इ ऍम आई भरी भरी के खुशी का गीत गावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
खेत मॉल में सड़क बनी गी खेती कोणी आवे
जमीदार हु इ के नोकर वई गया कई समज नि आवे
चउदा घंटा काम करा और “बाबु” केवावा
कई नवो साल मनावा दादा नवो साल मनावा
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